साइबर अपराध: आधुनिक युग की नई चुनौती
परिचयडिजिटल युग में, जहां इंटरनेट हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, वहीं साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके न केवल व्यक्तिगत जानकारी चुराते हैं, बल्कि वित्तीय हानि भी पहुँचाते हैं। आइए, हम साइबर अपराध के विभिन्न पहलुओं और इससे बचने के उपायों पर चर्चा करें।साइबर अपराध क्या है?साइबर अपराध वह अपराध है जो कंप्यूटर, इंटरनेट, या अन्य डिजिटल उपकरणों के माध्यम से किया जाता है। इसमें डेटा चोरी, वित्तीय धोखाधड़ी, हैकिंग, पहचान चोरी, और ऑनलाइन उत्पीड़न शामिल हैं।साइबर
अपराध के प्रकार हैकिंग: यह वह प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति के कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त की जाती है।
फिशिंग: इसमें अपराधी फर्जी ईमेल या वेबसाइटों के माध्यम से व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराते हैं।
मालवेयर अटैक: इसमें कंप्यूटर वायरस, वर्म्स, और ट्रोजन होर्स शामिल होते हैं जो कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाते हैं।
रैनसमवेयर: यह मालवेयर का एक प्रकार है जो कंप्यूटर सिस्टम को लॉक कर देता है और फिर इसे अनलॉक करने के लिए फिरौती की मांग करता है।
डीडीओएस अटैक: इसमें एक वेब सर्वर को अस्थिर करने के लिए उस पर भारी मात्रा में ट्रैफिक भेजा जाता है।साइबर अपराध के प्रभावसाइबर अपराध के प्रभाव बहुत व्यापक और गंभीर हो सकते हैं। इनमें वित्तीय नुकसान, पहचान की चोरी, गोपनीय जानकारी की चोरी, और मानसिक तनाव शामिल हैं।