About us

   

 ||ॐ श्री गणेशाय नमः ||

 || ॐ श्री सरस्वतेय नमः||
  || ॐ श्री नादब्रह्मणे नमः ||

         "संगीत-जगत" भारत का एक पहला ई-जर्नल है जो भारतीय संगीत को समर्पित है। संगीत-जगत यह ई-जर्नल ओं.सं.वि.व ब.संस्था संचालित भारतीय संगीत कलापीठ (सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट-1860 एवं बॉम्बे पब्लिक ट्रस्ट्स एक्ट-1950 के तहत पंजीकृत) से प्रकाशित किया जाता है। प्रोफे.राहुल जी.आघाडे 'भारतीय संगीत कलापीठ' के संस्थापक अध्यक्ष तथा इस ई-जर्नल के मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं। यह जर्नल भारतीय संगीत के विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान के कोष को बढ़ाने के लिए सक्रिय है। यह ई-जर्नल लेखों के पूर्ण-पाठ की मुफ्त और असीमित पहुंच प्रदान करता है। 

       संगीत-जगत ई-जर्नल भारतीय संगीत के विभिन्न क्षेत्रों को बढ़ावा देने का कार्य करती है जैसे कि-उत्तर एवं दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत, कर्नाटक संगीत, लोक संगीत, वारकरी संगीत आदि। यह ई-जर्नल हिंदी और मराठी दोनों भाषाओं में प्रकाशित किया जाता है।

 प्रस्तावना

सभी संगीतप्रेमियों को सादर प्रणाम, 

                              संगीत का विद्यार्थी वर्ग बहुत दिनों से एक ऐसी ई-जर्नल की मांग कर रहा था जिसमें एक क्लिक पर बी.ए./एम.ए./NET- संगीत तथा संगीत विशारद-अलंकार की परीक्षाओं में आने वाली थेअरी/शास्त्र का विस्तृत विवेचन हो। वास्तव में उनकी यह मांग उचित भी थी क्योंकि सरल हिंदी भाषा में अभी तक कोई ऐसा ई-जर्नल प्राप्त नहीं था जिसमें ऐसे परीक्षार्थियों तथा संगीतप्रेमियों को मनवांछित सामग्री इंटरनेट पर एकसाथ प्राप्त हो सके। विद्यार्थियों की यह कठिनाई हमारे दृष्टि में भी थी और हम चाहते थे कि इसे तुरंत दूर कर दिया जाए। यही समस्या का निवारण करने के लिए संगीत जगत ई-जर्नल की निर्मिती की गई है।

                               संगीत-जगत जर्नल की मदद सें संगीत परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने की पूर्ण आश्वस्ति है । साथ ही भारतीय संगीत के शास्त्रीय ज्ञान का एक विशाल कोष भी विद्यार्थियों को प्राप्त हो सकता है, जिसकी उन्हें अपने संगीत जीवन में पग-पग पर आवश्यकता पड़ेगी। अतः संगीत-जगत इस ई-जर्नल पर प्रकाशित होनेवाले अपने पसंदीदा लेख संगीत के परीक्षार्थी एवं अभ्यासक इनसे साझा करना बिल्कुल भी ना भूलें। माँ सरस्वती को नमन करके तथा सभी संगीत विद्वानों के प्रति भारी कृतज्ञता प्रकट करते हुए एवं सभी वाचकों को मैं हार्दिक धन्यवाद प्रेषित करता हूँ।

●उद्देश्य :
                                UGC-NET, अखिल भारतीय गांधर्व महाविद्यालय मंडल, भारतीय संगीत कलापीठ, प्रयाग संगीत समिति एवं विभिन्न संगीत शिक्षण केंद्रों के पाठ्यक्रमों के आधार पर संगीत-जगत की रचना की गई है। अतः विभिन्न केंद्रों में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को इससे यथेष्ट सहायता प्राप्त होगी। संगीत के विभिन्न विषयों में शोधकर्ताओं द्वारा किए गए शोध के प्रकाशन के लिए एक बौद्धिक और स्वतंत्र मंच भी संगीत-जगत प्रदान करता है।

अपने संगीतप्रेमी दोस्तों में हमारे लेख अवश्य शेअर करें । संगीत जगत ई-जर्नल आपके लिए ऐसी कई महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ लेके आ रहा है। हमसे फ्री में जुड़ने के लिए हमारा फेसबुक पेज Sangeet-Jagat को लाइक कीजिए और हमसे व्हाट्स ऐप पे जुड़े रहने के लिए यहाँ क्लिक करे

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