स्वतंत्रता दिवस और संगीत
भारतीय संगीत कलापीठ की दृष्टि से
स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, हमारे देश के गौरवशाली इतिहास और उन वीर जवानों की याद दिलाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। इस अवसर पर भारतीय संगीत का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि संगीत सदियों से हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा रहा है।
भारतीय संगीत कलापीठ, जो वारकरी संगीत और सुगम संगीत की प्रथम परीक्षा बोर्ड है, इस अवसर पर हमारे देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। हमारे देश की विविधता को संगीत की सुर लहरियों ने हमेशा एक सूत्र में पिरोया है।
भारतीय संगीत कलापीठ का योगदान
भारतीय संगीत कलापीठ में हम इस धरोहर को न केवल संरक्षित कर रहे हैं, बल्कि उसे आगे बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर हम अपने सभी छात्रों और संगीत प्रेमियों से अपील करते हैं कि वे संगीत के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम की उन अनसुनी कहानियों को जानें और समझें, जिनसे हमारा इतिहास गढ़ा गया है। हमारे संस्थान में आयोजित 'संगीत' परीक्षाओं के माध्यम से, हम विद्यार्थियों को वर्कारी संगीत और भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराइयों में जाकर उनके अंदर देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करते हैं।
संगीत के माध्यम से देशभक्ति का संचार
आज जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, भारतीय संगीत कलापीठ उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है जिन्होंने हमें इस स्वतंत्रता का उपहार दिया। आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम संकल्प लें कि हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोएंगे और उसे अगली पीढ़ी तक पहुँचाएंगे।